इजराइल ने पहले हवाई हमले करके दो महीने पुराना संघर्ष विराम समझौता तोड़ा और अब उसने जमीनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इजराइली सेना ने गाजा के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में “लक्षित जमीनी अभियान” चलाकर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर आंशिक नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बुधवार को जानकारी दी कि उनकी सेना ने गाजा के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में सुरक्षा क्षेत्र का विस्तार करने और उत्तरी और दक्षिणी गाजा के बीच बफर जोन बनाने के लिए एक विशेष जमीनी अभियान शुरू किया है। आईडीएफ के अनुसार, इस अभियान के तहत इजराइली सेना ने नेत्जारिम कॉरिडोर के केंद्र तक अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
इजरायली सेना ने यह भी कहा कि इस ग्राउंड ऑपरेशन के साथ-साथ गोलानी ब्रिगेड को दक्षिणी कमान क्षेत्र में तैनात किया गया है. सेना का कहना है कि वह गाजा पट्टी में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी ताकि इजरायली नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
इजरायली रक्षा मंत्री की गाजा निवासियों को चेतावनी
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ ने गाजा के निवासियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि यह उनकी “आखिरी चेतावनी” है. उन्होंने कहा कि गाजा के लोगों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह माननी चाहिए और इजरायली बंधकों को वापस कर देना चाहिए. साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर गाजा से हमास को हटाया जाता है, तो वहां के लोगों के लिए अन्य देशों में जाने के रास्ते खुल सकते हैं.
गाजा में इजरायल का ऑपरेशन तेज
इजरायल ने ग्राउंड ऑपरेशन शुरू करने से पहले मंगलवार को गाजा पर तेज हवाई हमले किए. इन हमलों के बाद से अब तक कम से कम 436 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 183 बच्चे और 94 महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा 678 लोग घायल हुए हैं.
हालांकि, इजरायल का दावा है कि उसके हमले केवल आतंकियों के खिलाफ होते हैं, लेकिन गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मारे जा रहे हैं.