बिलासपुर में SECL कर्मी से एक लाख 69 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। ठगों ने अपने आप को बैंक अफसर बताया और केस बैक का ऑफर देकर उनका OTP ले लिया। फिर खाते से रकम उड़ा दी। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
वसंत विहार कालोनी निवासी प्रवीण कुमार एसईसीएल मुख्यालय में पदस्थ हैं। 11 जनवरी को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को सिटी बैंक का अधिकारी बताया। इस दौरान कथित बैंक अफसर ने उनके क्रेडिट कार्ड में 10 हजार रुपए का कैश-बैक देने का ऑफर दिया। एसईसीएल कर्मी उसके झांसे में आ गया। कैश-बैक की रकम को खाते में जमा करने के लिए उसने मोबाइल पर आए ओटीपी नंबर हासिल कर लिया। जालसाज के कहने पर उन्होंने ओटीपी भी बता दिया। फिर किश्तों में उनके एकाउंट से रकम ट्रांसफर कर लिया। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पांच बार दिया ओटीपी कोड
ठग हर बार उन्हें एकाउंट में रकम जमा करने का झांसा देकर ओटीपी कोड पूछते रहे। वहीं एसईसीएल कर्मी एक-एक कर पांच बार ठगों को ओटीपी कोड बता दिया। धोखाधड़ी की आशंका पर उन्होंने काल काटकर बैंक में फोन लगाया। बैंक के कस्टमर केयर में फोन लगाकर उन्होंने अपने कार्ड को ब्लाक करने के लिए कहा। लेकिन, इससे पहले ही खाते से रकम पार हो गई थी।
पढ़े लिखे लोग हो रहे ठगी के शिकार
साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ज्यादातर मामलों में पढ़े लिखे लोग ही इस तरह ठगी के शिकार हो रहे हैं। पुलिस लगातार अनजान नंबर से आए काल में बैंक डिटेल और एटीएम की गोपनीय जानकारी देने से धोखाधड़ी होने की आशंका से आगाह कर रही है। इसके बाद भी लोग ठगों के झांसे में आकर फंस रहे हैं।