राज्य में कोरोना की एंट्री के साथ ही 25 महीनों से बंद सिटी बसें शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। पुराने बस ऑपरेटर से एग्रीमेंट लगभग खत्म हो गया है। अब नए सिरे से टेंडर जारी किया जाएगा। इसके लिए नियम और शर्तें तय कर ली गईं है। इसी महीने टेंडर जारी किया जाएगा। सिटी बसें बंद होने से लोगों शहर के भीतर और आउटर आने जाने के लिए या तो निजी वाहन या महंगी प्राइवेट सवारी गाड़ियों का उपयोग करना पड़ रहा है। सिटी बसें चालू होने से लोगों को राहत मिलेगी।
अभी नवा रायपुर आने-जाने के लिए बीआरटीएस की सिटी बसें चल रही हैं, लेकिन शहर में लोकल आवाजाही के लिए सिटी बसों का संचालन मार्च 2020 से बंद हैं। कोरोना काल के दौरान बंद सभी गतिविधियां अनलॉक हो चुकी हैं, लेकिन सिटी बसें अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं। पंडरी बस स्टैंड से अंतरराज्यीय बस स्टैंड शिफ्ट होने के बाद से ही सिटी बसों की डिमांड बेहद बढ़ गई है।
सिटी बसें शुरू नहीं होने की वजह से लोगों को मनमाने किराये पर शहर में सफर करना पड़ रहा है। कलेक्टर और निगम कमिश्नर से लगातार शिकायत के बाद मामला राजधानी के विधायकों और मंत्रियों तक पहुंच गया है। इसके बाद ही इस मामले में तेजी आई है। अब नया टेंडर जारी करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
तीन महीने पहले टर्मिनेट करने का नोटिस : निगम अफसरों ने बताया कि सिटी बस ऑपरेटर करने वाले संचालक को करीब 3 महीने ही टर्मिनेट करने की आखिरी नोटिस भेजा गया था। इस नोटिस के बाद से ही नए ऑपरेटर की तलाश करने टेंडर की नियम शर्तों पर काम शुरू कर दिया गया है। फिलहाल ये प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। रायपुर में छोटी-बड़ी बसों को मिलाकर 67 सिटी बस चल रही हैं। इनमें ज्यादातर छोटी और कुछ बड़ी भी हैं। सभी बसें सरकारी हैं, लेकिन नगर निगम इनका संचालन एक कंपनी बनाकर निजी आपरेटर से करवा रहा था।
इसलिए सारा विवाद
कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद दिसंबर 2021 में सिटी बसें शुरू करने की चर्चा हुई तो ऑपरेटर ने डीजल की कीमत बढ़ने का हवाला देकर 65 फीसदी किराया बढ़ाने की मांग की। ऑपरेटरों की इस मांग पर राज्य सरकार ने किराया 25 प्रतिशत बढ़ा भी दिया, लेकिन जब बसें शुरू करने की बारी आई तो ऑपरेटरों ने कहा कि गाड़ियां करीब दो साल से खड़ी रहने से टायर-ट्यूब और बैटरी से लेकर कई उपकरण खराब हो गए हैं। ऐसे में बसों का टैक्स माफ होने के साथ ही गाड़ियों फिर से शुरू करने छोटी बस के लिए 2 और बड़ी बसों के लिए 3 लाख मुआवजा सरकार से मांगा गया। उसी के बाद सारा मामला विवादों में फंस गया।
सिटी बसें फिर से शुरू करने नया टेंडर जारी किया जा रहा है। इसके लिए तैयारी हो गई है। जल्द ही बसें फिर से रोड पर उतरेंगी। – सौरभ कुमार, कलेक्टर