जबलपुर के एक सरकारी शिक्षक ने दहेज में 11 लाख रुपए और लग्जरी कार की मांग पूरी न होने पर रिश्ता तोड़ दिया। होने वाले जमाई को मनाने पहुंचे तो दुल्हन के पिता घर से बाहर निकाला दिया। जिससे गुस्साई दुल्हन ने ससुराल पक्ष के 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज करा दी। दरअसल, जबलपुर के कृष्णा कॉलोनी निवासी सरकारी शिक्षक शैलेंद्र झारिया की सगाई 27 अप्रैल को त्रिमूर्ति नगर की एक लड़की से एक होटल में हुई थी।
लड़की के पिता ने दूल्हे को दो लाख नकद और जेवर दिए थे। दोनों की शादी 6 मई 2025 को तय भी हो गई थी। जिसके बाद दोनों परिवारों की शादी की तैयारियां तेज हो गई थीं। 27 अप्रैल को सगाई, 6 मई को शादी तय त्रिमूर्ति नगर की लड़की की शादी कृष्णा कॉलोनी निवासी शैलेंद्र झारिया से तय हुई थी।
शहर के एक होटल में सगाई की रस्में पूरी की गईं। दुल्हन और परिवार खुश थे। शादी की तैयारियां चल रही थीं। शादी के लिए कपड़े, जेवर खरीदे गए। कैटरर्स और अन्य की बुकिंग हो गई। दो दिन तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती रही।
29 अप्रैल को दूल्हे शैलेंद्र की मां सरोज झारिया ने दुल्हन पक्ष से फोन पर संपर्क किया और 11 लाख रुपए नकद और लग्जरी कार की मांग करने लगी। उसने कहा कि 11 लाख रुपए और कार मिल जाए तो अच्छा रहेगा।
अगले दिन 30 अप्रैल को दुल्हन के पिता दूल्हे के घर पहुंचे। यहां दूल्हे पक्ष के लोगों ने मांग पूरी न होने पर लगान वापस लेने की बात कही। दुल्हन के पिता घर लौटे और मांग पूरी न होने पर रिश्ता तोड़ने की बात दूल्हे पक्ष से कही तो दुल्हन बुधवार रात अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने दूल्हे शैलेन्द्र झारिया, सरोज झारिया, भागवत झारिया, शिल्पा झारिया, पवन राज, आस्था झारिया, शुभम झारिया, चंद्रिका मेहरा और उमा झारिया के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 (3) और भारतीय न्याय संहिता 2023, 3 (5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।