रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर ने मेयर के रुप में सफलता के दो वर्ष पूरे कर लिये हैं। इस बीच राजधानी रायपुर नई उम्मीद और नए संकल्पों के साथ नया कीर्तिमान हासिल किया है। कोरोना के गंभीर दौर में भी नहीं रुककर मानवता की अनोखी मिसाल पेश करने वाले एजाज ढेबर लोगों के लिए मसीहा बनकर उभरे हैं। आर्थिक तंगी के दौर में जहां लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गये। ऐसे में सड़कों पर कोई निकला तो वह महापौर एजाज ढेबर थे। जिन्होंने भूखों को भोजन कराया। लोगों के आंसू पोछे।
राजधानी रायपुर अपने युवा नेता एजाज ढेबर के नेतृत्व में लगातार ऊंचाईयों को छू रहा है। सालों से अपनी सुन्दरता के लिए तरस रहे बूढ़ातालाब को नई पहचान मिली। जहां प्रतिदिन लोग अपनी दिनभर की थकान मिटाने पहुंचते हैं। राजधानी रायपुर ने गुरुजी चौक, शहीद श्यामाचरण चौक सहित सैकड़ों विकास कार्यों की इबारत लिखी है।
राजधानी रायपुर दिनों-दिन छत्तीसगढ़ का स्वाभिमान बनता जा रहा है। यहां लगातार अच्छी शुरूआत होती जा रही है। राजधानी रायपुर विकास का नया आयाम लिखता जा रहा है। जिसका देशभर में डंका बज रहा है। कहा जाता है। एक अच्छी शुरूआत अच्छे अंत की ओर ले जाता है। जिसको महापौर एजाज ढेबर चरितार्थ करते दिख रहे हैं।
राजधानी रायपुर का शासन तंत्र सशक्त कंधे पर होने के चलते देश की राजधानियों में दूसरा स्थान हासिल किया। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में राजधानी रायपुर को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ‘फास्टेस्ट मूवर कैपिटल’ सहित तीन अवार्डों से नवाजा गया है। इतना ही नहीं स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में ही देश का सबसे साफ शहरों में 6वां स्थान भी हासिल हुआ।
राजनीति में युवा नेता एजाज ढेबर के दिन-प्रतिदिन कद बढ़ता ही जा रहा है। समर्थकों के साथ-साथ विरोधी भी इनके द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों के कायल हैं।
एजाज ढेबर स्थानीय लोगों की समस्याओं के लिए सुबह से रात तक खड़ रहकर राजधानी रायपुर की विकासगाथा लिख रहे हैं। यूं नहीं राजधानी रायपुर स्वच्छ व सुन्दर रायपुर की बनता जा रहा है।
सफाई कर्मियों के साथ बूढ़ातालाब, नाली सफाई व कचरा गाड़ी सहित कई जमीनी स्तर के काम में खुद शामिल हो जाते हैं। यह उनकी सहज व सरल स्वभाव को प्रदर्शित करता है।
तुंहर-सरकार, तुंहर द्वार शिविर की सफलता का पूरे प्रदेश में डंका बज रहा है। इसके तहत महापौर एजाज ढेबर लगातार लोगों के बीच पहुंचते रहे हैं। जहां उन्होंने लोगों की समस्याओं का त्वरित निराकरण भी किया।
कुछ दिन पहले महापौर एजाज ढेबर को नाली में उतरकर सफाई करते भी देखा गया। इस दौरान उन्होंने कहा मैं सदैव बापू के संदेशों को अपने ऊपर उतारने का प्रयास करुंगा। हमने राजधानी रायपुर को स्वच्छ शहर बनाने का संकल्प लिया है। और इसे हमें अवश्य पूरा करेंगे।
भाटागांव स्थित अन्तरराज्यीय बस टर्मिनल के प्रारम्भ होने से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर हुई है और दुर्घटनाओं में भी कमी आई है। साथ ही शहर के हृदयस्थल पंडरी से भीड़ पूरी तरह खत्म हो गई है।
हाड कपाती ठंड में राजधानी की सड़कों में सो रहे लोगों की मदद के लिए अगर कोई सबसे पहले आगे आया तो वह महापौर एजाज ढेबर थे। जिन्होंने जरुरतमंदों को कंबल ओढ़ाकर उन्हें ठंड से निजात दिलाया।
राजधानी रायपुर के महापौर के सफलता भरे दो साल ने कीर्ति की झड़ी लगा दी है। साथ ही यह निश्चित हो गया है कि राजधानी रायपुर नई उम्मीदों और नए संकल्पों का कीर्ति लिखेगा।
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