अब प्राथमिक स्कूल भी खोले जा सकते हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम के दौरान इस बात के संकेत दिए हैं. गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में शरणार्थियों को जमीन का पट्टा देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि कोविड की समस्या नहीं होगी, तो प्राथमिक स्कूलों को 50 फीसदी कर खोला जाएगा या नहीं. इस बारे में स्कूल प्रबंधन से बातचीत कर फैसला लिया जाएगा. बंगाल में आठवीं से लेकर 12वीं तक स्कूल खोले जा चुके हैं और मोहल्ले में भी कक्षाएं चल रही हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार के सभी शरणार्थी कॉलोनी को मजंरी दी गई है. सभी को जमीन का पट्टा दिया जाएगा. केंद्र सरकार की जमीन और निजी जमीन पर बसे शरणार्थियों को हटाया नहीं जाएगा. इस बारे में कानून बनाया गया है. तीन साल में 27 हजार से ज्यादा पट्टा वितरित किया गया है. मतुआ को भी पट्टा मिलेगा. किसी का भी उन्मूलन करने नहीं दिया जाएगा.
बंगाल को अभी तक नहीं मिला बकाया 38 हजार रुपए
ममता बनर्जी ने कहा.” यूपी गयी थी. हम लोगों ने 41 लाख घर बनाया. उनकी जनसंख्या 24 करोड़ है. बंगाल की जनसंख्या 11 करोड़ है, फिर से भी बंगाल 45 लाख को दिया गया है. उत्तर प्रदेश को जितनी पैसे दिये जाते हैं. बंगाल को नहीं मिलता है. यह बीजेपी का पैसा नहीं है. वे राज्य से संग्रह कर ले जाते हैं और बोलते हैं कि हमने सब कर दिया. इतने लोग कोविड से मारे गये, लेकिन शर्म नहीं आती है.
है. राज्य के पैसे राज्य को दे रहे हैं. फिर भी समय पर नहीं देते हैं. 38 हजार करोड़ रुपये का बकाया है. पीएम केयर्स का लाख-लाख करोड़ रुपये कहां गये? आज पूरे देश की यह स्थिति है कि इतिहास बदल दिया जा रहा है. हरिटेज तोड़ा जा रहा है.”