रायपुर अपर कलेक्टर ने सभी कोविड-19 जांच केंद्रों के लिए निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि जांच के लिए आए लोगों के पूरे पते के साथ 2 अन्य फोन नंबर लेने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ाएं। प्रशासन ने ये निर्णय इसलिए लिया है ताकि व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसके संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और जांच की जा सके। ये सारी जानकारी देने के बाद ही कोविड टेस्ट (Covid test) किया जाएगा।
गलत जानकारी देने की शिकायत
कई दिनों से कुछ शिकायतें सामने आ रही है, मरीजों की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल रहा है, कि मरीजों ने अपने घर का स्पष्ट पता और फोन नंबर सही नहीं दिया है। इसकी वजह से उस संक्रमित मरीज की पहचान, इलाज और उसके संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग समेत सैम्पलिंग भी नहीं हो पा रही है। ऐसे में संक्रमण और भी बढ़ेगा।
कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश
रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने शुक्रवार को नोडल अधिकारियों के साथ कोरोना के हालात की समीक्षा की थी। इस दौरान बताया गया कि कई लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद भी होम आइसोलेशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं। जांच के समय गलत पता और मोबाइल नंबर डाल रहे हैं। इस वजह से रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस पर कलेक्टर ने ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
जिले में पॉजिटिविटी रेट 22 प्रतिशत से ज्यादा
छत्तीसगढ़ में ओमिक्रॉन के केस (omicron cases in chhattisgarh) के मामले में रायपुर जिला हॉटस्पाट बना हुआ है। यहां हर रोज औसतन 7500 सैंपल लिए जा रहे हैं। जिले में पिछले कुछ दिनों से 1500 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। स्वासथ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल रायपुर में 8 हजार 462 एक्टिव केसेस हैं। रायपुर जिले की संक्रमण दर 22.45% से ज्यादा हो रही है।