दुर्ग सांसद विजय बघेल ने एक बयान जारी कर राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मकान दिलाने के नाम पर 40 गरीबों से लाखों रुपयों की अवैध वसूली करने वाले कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की बजाय संरक्षण देने का काम राज्य सरकार कर रही है। सरकार के इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले बस्तर के सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। ऐसा करके कांग्रेस सरकार लोगों की जनभावनाओं को कुचलने की कोशिश कर रही है। इसमें वह कभी सफल नहीं हो पाएगी।
दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल ने अपने बयान में कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जमकर भ्रष्टाचार करने का बीड़ा उठाया है। निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के कांग्रेसी नेता भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूब चुके हैं। भ्रष्टाचार से होने वाली कमाई का हिस्सा ऊपर तक भी पहुंचाया जा रहा है। इसीलिए संबंधित आरोपी के खिलाफ ना तो पुलिस जांच कर रही है और ना ही पीड़ितों का बयान ले रही है।
सांसद बघेल ने कहा कि जगदलपुर में कांग्रेस पार्षद के मकान दिलाने के नाम पर आम लोगों से की गई अवैध वसूली का प्रत्यक्ष प्रमाण सामने आया है। पीड़ित पक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए तत्पर हैं। मगर ऐसे नेताओं को सरकार और पुलिस का खुला संरक्षण दिया जा रहा है। दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली जनता और भाजपा के नेताओं को गिरफ्तार करके पुलिसिया आतंक से दबाने की चेष्टा की जा रही है। सत्ता के दबाव में जगदलपुर पुलिस भ्रष्टाचार के आरोपी को बचा रही है।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि अपने भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण देने के लिए सरकार पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। ऐसा करके वह जनता और भाजपा का मनोबल नहीं गिरा सकती। आने वाले समय में ये भ्रष्ट और अत्याचारी सरकार जनाक्रोश की आंधी में तिनके की तरह उड़ जाएगी।
इस वजह से विवाद
जगदलपुर में पार्षद कोमल सेना पर PM आवास का लाभ दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए से ज्यादा कि धोखाधड़ी का आरोप लगा है। वार्ड के 40 से ज्यादा लोगों ने PM आवास का लाभ लेने के लिए 25-25 हजार रुपए महिला पार्षद को दिए थे। साल 2020 में वार्ड में घूम-घूम कर लोगों से कहती रही कि एक ऑफर आया है, 25 हजार रुपए दो और PM आवास पाओ। लेकिन यह ऑफर केवल झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के लिए है। इसके बाद जिन लोगों से पैसे लिए गए उन लोगों को पीएम आवास नहीं मिला। इस पर उन्होंने कुछ समय पहले हंगामा कर दिया था।
ये पूरा मामला सामने आने के बाद से बीजेपी के नेता लगातार कांग्रेस पार्षद के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। बार-बार विरोध प्रदर्शन और धरना देने के बाद भी जब बात नहीं बनी थी तो बीजेपी नेताओं ने मंगलवार को जगदलपुर बंद कराने का फैसला लिया था। उस दिन सुबह 8 बजे जब बीजेपी नेता शहर बंद कराने निकले। इससे पहले ही पुलिस ने पूर्व मंत्री केदार कश्यप समेत 200 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था।