निजी कार्यक्रम में बिलासपुर आई राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि राज्यपाल का पद संवैधानिक है, यह राजनीतिक प्लेटफार्म नहीं है लेकिन लोगों की अपेक्षाएं और उम्मीदें राजभवन से है। वह लोगों से मिलती हैं तो इसमें राजनीति जैसी कोई बात तो नहीं है। लोग सैकड़ों किमी से पैदल चलकर मिलने आ रहे हैं लेकिन उन्हें वे नहीं बुलाती कि मिलने आएं।
एसईसीएल के गेस्ट हाउस में जब राज्यपाल से पूछा गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह चुके हैं कि राज्यपाल राजनीति कर रही हैं। उन्हाेंने कहा कि सरगुजा से 350, बस्तर से 300 राजभवन आए।
नारायणपुर से पैदल आए। 2500 लाेगाें ने मिलकर ही जाने की बात कही तब वह स्टेडियम में जाकर मिलीं क्योंकि उन्हें अपेक्षाएं थी। यह सभी की जिम्मेदारी है। राज्यपाल ने कहा कि यह कॉन्सेप्ट बहुत पहले से रहा है कि राज्यपाल राजभवन में लार्ड गवर्नर बनकर रहें। ऐसा बिल्कुल नहीं है। राज्यपाल शासन और प्रदेश का संरक्षक भी होता है। केंद्र या राज्य सरकार की योजना जनता से जुड़ी योजना है, वह उन तक पहुंचे।
सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचें
सरकार और राजभवन के बीच टकराहट के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि नीतिगत मामले को उठाने पर टकराहट की बात कहां से आ गई। सरकार तो उनकी है। हां,संवैधानिक पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उनसे मिलकर चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने कभी किसी के खिलाफ चर्चा नहीं की। यह अधिकार है कि सीएम प्रदेश की गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत कराएं। मंत्री आकर मिलें। बहुत से काम राज्यपाल के आदेश के मुताबिक होते हैं। वे तो चाहती हैं कि सरकार अच्छा काम करे।
पहले लोग सोचते थे कि राज्यपाल से क्यों मिलें
क्या राज्यपाल के पद के बारे में लोगों को बताना चाहती है, इस पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल, वेबसाइट में बता रहे हैं कि राज्यपाल, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री काे जनता के लिए क्या करना चाहिए। क्या अधिकार हैं। लाेगाें काे यह जानना जरूरी है क्योंकि राज्यपाल के बारे में लोग न इतना जानते थे न साेचते थे। वे सोचते थे कि क्या करेंगे मिलकर। ये पहली बार लोगों को लगा कि कोई भी मिल सकता है। उनकी कोशिश रहती है कि हर वर्ग को साथ में लेकर चलें।
बजट में सभी वर्ग का रखा ध्यान : प्रदेश में चल रही सरकार के बारे में क्या राय है, के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने सभी वर्ग को लेकर योजना व नीतियां बनाई है। बजट भाषण में भी उन्होंने ये बात कही कि हर वर्ग के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।