कुल्थी दाल को हॉर्स ग्राम के नाम से भी जाना जाता है। सभी दालों में सबसे ज्यादा प्रोटीन इसी दाल में होता है। इसे पहाड़ी दाल के नाम से भी जानते हैं। बता दें कि कुल्थी दाल में मीट से भी ज्यादा पौष्टिक होता है और ये शरीर को गर्म रखने में भी कारगर होती है। इसलिए इसे ठंड में प्रयोग करने के लिए ज्यादा कहा जाता है, लेकिन यदि आपको किडनी में स्टोन की समस्या हो तो आप इसे किसी भी मौसम में खा सकते हैं।
कुल्थी की दाल गहरे भूरे रंग की होती है और देखने में मसूर की तरह नजर आती है। देश के हर राज्य में इसकी खेती होती है, इसलिए ये हर जगह आसानी से मिल जाती है। कुल्थी कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने में मददगार होती है।
बार-बार बनने वाले स्टोन को गला देती है कुल्थी
कुल्थी दाल खाने के जानिए ये फायदे
1. डायबिटीज
डायबिटीज में हाई प्रोटीन डाइट लेना फायदेमंद होता है। कुल्थी की दाल डायबिटीज में खाने के दो फायदे होते हैं। पहला ये हाई प्रोटीन डाइट है और शुगर को कंट्रोल में रखने का भी गुण होता है।
2. वेट लॉस में कारगर
अगर आप ऐसी वेट लॉस डाइट की तलाश में हैं जो आपके वेट को कम करने में कारगर हो तो आपको कुल्थी की दाल से बेहतर कोई और विकल्प नहीं मिलेगा। कुल्थी की दाल में रफेज, प्रोटीन सब कुछ मिलता है। इससे पेट लंबे समय तक भरा भी रहता है।
3. दिल के लिए फायदेमंद
कुल्थी दाल ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने वाली होती है। इससे हार्ट को भी कम मेहनत करनी पड़ती है। इससे दिल भी स्वस्थ रहता है।

कुल्थी दाल एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करती है। इससे शरीर में जमा कोलेस्ट्रॉल कम होने लगता है।
5. इम्युनिटी बढ़ाने वाली दाल
अगर आपको बार-बार सर्सदी-जुकाम या एलर्जी होती है तो आपको कुल्थी की दाल का जरूर सेवन करना चाहिए। कुल्थी इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार होती है।
6. कब्ज दूर करने वाली
कुल्थी दाल में फाइबर क्योंकि बहुत होता है, इसलिए ये आंत को साफ रखने के साथ ही कांस्टिपेशन यानी कब्ज को दूर करने में भी सहायक होती है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)