खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने पूरे तामझाम और प्रदेश के बड़े नेताओं की मौजूदगी में बडी रैली निकालकर नामांकन भरा।
रैली में सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी मौजूद रहे। खैरागढ़ के जिला मुख्यालय राजनांदगांव में नामांकन रैली के बाद सभागृह में नेताओं ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। राजनांदगांव के फतेसिंह सभागृह में खैरागढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा के नामांकन रैली के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता वहां भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
नारों के शोर के चलते नेताओं की बात कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंच रही थी। तब मुख्यमंत्री ने पहले हाथ से इशारा कर नारेबाजी को रोकने की कोशिश की। लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने तब मुख्यमंत्री ने स्वयं माइक थामकर कार्यकर्ताओं से नारेबाजी बंद कर देने या फिर बाहर चले जाने को कहा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए जोश चुनाव में दिखाने की बात भी कही।
ये चुनाव सेमीफाइनल
इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उम्मीदवार यशोदा वर्मा को मंच पर बुलाया। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी यशोदा वर्मा हैं लेकिन लड़ाई सबको लड़नी है। मुख्यमंत्री ने कहा, ये सेमीफाइनल है फाइनल विधानसभा और लोकसभा में लड़ना है। आम जनता में राज्य सरकार की योजनाएं लेकर पंहुचना है।
ऐसी कोई योजना नहीं जिसमें पैसे लुटाने की बात हो। कभी ऋण माफी 200 करोड़ से ऊपर नहीं गया, हमने 8000 करोड़ से ज़्यादा कर्ज माफ किया। किसानों को 2500 रुपये धान का मिल रहा है। गो माता की सेवा भाजपा ने नहीं की। आदिवासियों के विकास के तार जोड़े गए। गांव- गांव में रामायण मंडलियों का पंजीयन कराकर सहायता देने का काम किया गया।
भाजपा को लिया निशाने पर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रमुख विपक्षी दल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के समय गाय दुबली होती गई, गाय मर भी गई। लेकिन बीजेपी के गोशाला चलाने वाले मोटे होते गए। ये लोग रामनाम जपना, पराया माल अपना वाले हैं।