पिछले तीन दिनों में अचानक गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई। रायपुर में तीन और बिलासपुर में चार डिग्री का फर्क आ चुका है। विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस साल भीषण गर्मी पड़ सकती है। इतना ही नहीं, मार्च में पिछले 130 साल का रिकाॅर्ड भी टूट सकता है। मार्च में 130 साल पहले यानी 28 मार्च 1892 को अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। यह मार्च का आल टाइम रिकार्ड है, जो अब तक नहीं टूटा है। वहीं रात का तापमान देखें तो 124 साल पहले 4 मार्च 1898 को 8.3 डिग्री रिकार्ड किया गया था। यह भी आलटाइम रिकार्ड है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार 18 मार्च तक दोपहर का तापमान 2 डिग्री तक और बढ़ सकता है। शहरों में बेतहाशा कांक्रीटीकरण व शहरीकरण हुआ, बावजूद इसके राजधानी व दूसरे इलाकों में मार्च का 130 साल पहले का रिकाॅर्ड नहीं टूटा है। पिछले साल जरूर 30 मार्च को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री पहुंच गया था। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस मार्च में यह रिकार्ड टूट सकता है। इस रिकाॅर्ड के टूटने के साथ ही मार्च में लू चलने की आशंका भी जताई जा रही है। मौसम विभाग दिल्ली का ये पूर्वानुमान है।
एक-दो दिन में लू
रायपुर व बिलासपुर में एक-दो दिन में लू चलने की आशंका है। रायपुर व बिलासपुर में तापमान 40 से 1.4 व 0.6 डिग्री ही कम है। मंगलवार को वहां अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा। तापमान एक से डेढ़ डिग्री बढ़ने पर दोनों शहरों में 40 डिग्री से अधिक व सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा तापमान होगा। लू चलने के लिए तापमान 40 डिग्री और यह सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा होना चाहिए।
बच्चों-बुजुर्गों का रखें ख्याल
मेडिकल कॉलेज, रायपुर में मेडिसीन विभाग के प्रोफेसर डॉ. योगेंद्र मल्होत्रा का कहना है कि गर्मी में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। लू चलने की आशंका के मद्देनजर डिहाईड्रेशन होने की आशंका रहती है। इससे शरीर में कमजोरी आती है। डॉक्टरों की सलाह है कि दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक ज्यादा उम्र के लोगों को भी घर पर ही रहना चाहिए।
दिन व रात के तापमान में 16-200 तक अंतर
पिछले दो दिनों में दिन व रात के तापमान में 16 से 20 डिग्री तक का अंतर आ गया है। रायपुर में मंगलवार को दिन व रात के तापमान में 18 डिग्री का अंतर रहा। बिलासपुर में यह अंतर बढ़कर 20.2 डिग्री रहा। पेंड्रारोड में 17, अंबिकापुर में 16 डिग्री का अंतर रहा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मार्च में अधिकतम तापमान में यह अंतर हवा की दिशा बदलने के कारण आया है। प्रदेश में उत्तर-पश्चिमी हवा आ रही है। इस कारण दिन व रात का तापमान बढ़ने लगा है। आने वाले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की वृद्धि हो सकती है।
एक ही दिन में 2 डिग्री से ज्यादा का बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 1.3 डिग्री बढ़कर 38.6 डिग्री पहुंच गया। वहीं बिलासपुर में 39.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। एक दिन में वहां 2.2 डिग्री तापमान बढ़ा है। यह प्रदेश का सर्वाधिक तापमान भी है। ज्यादातर इलाकों में दिन का अधिकतम तापमान 33 से 39 डिग्री के बीच है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री तक बढ़ा है। हालांकि दुर्ग व जगदलपुर में तापमान में मामूली कमी आई है। दूसरी ओर नारायणपुर में सबसे कम तापमान 12.9 डिग्री दर्ज किया गया। पहाड़ी व मैदानी इलाकों में रात का तापमान सामान्य या तीन डिग्री तक अधिक है। जगदलपुर व दुर्ग में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक कम है।
ऐसे में बच्चे कैसे जाएंगे स्कूल
स्कूल शिक्षा विभाग ने इस साल बच्चों की परीक्षा के बाद भी स्कूल जारी रखने का फैसला किया है। अगर मार्च में ही इतनी गर्मी पड़ती है, तो अप्रैल-मई का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस स्थिति में 15 मई तक स्कूल खोलने के आदेश से बच्चों को काफी तकलीफ उठानी होगी। पिछले दिनों गर्मी में स्कूल बुलाए जाने को लेकर पालकों ने चिंता जाहिर की थी।
शहरों का तापमान

इसलिए… तेज गर्मी
इन दिनों मौसम खुला हुआ है। राजस्थान की ओर से भी शुष्क व गर्म हवा आ रही है इसलिए छत्तीसगढ़ के कुछ इलाके गर्म हो रहे हैं। जमीन से इंफ्रारेड वेव निकल रही है। इससे तापमान बढ़ रहा है। यही कारण है कि एक-दो दिन में लू चल सकती है। – एमएल साहू, डिप्टी डायरेक्टर जनरल
इधर, पांच साल में चौथी बार गुजरात, महाराष्ट्र व राजस्थान में हीटवेव
नई दिल्ली | पांच साल में चौथी बार मार्च में ही गुजरात, महाराष्ट्र व राजस्थान में गंभीर हीटवेव चल रही है। वर्ष 2018 से अब तक केवल 2020 को छोड़ दें तो, हर साल मार्च में गुजरात के सौराष्ट्र व कच्छ, पश्चिमी राजस्थान और तटीय महाराष्ट्र व कोंकण इलाके के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उसके पार पहुंच गया। पूरे उत्तर पश्चिमी भारत यानी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान व उत्तरी मध्य प्रदेश में तीन तापमान में 2-3 डिग्री और बढ़ने की संभावना है।
इसे कहते हैं हीटवेव: अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान होने 40 डिग्री पर पहुंचने को हीटवेव माना जाता है। तटीय इलाकों में 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस पर हीटवेव स्थिति होती है।