बस्तर में कोरोना के पहली और दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर ने भी कहर बरपा रखा है। तीसरी लहर के शुरू होने के बाद बस्तर संभाग में तैनात 190 जवान अब तक कोरोना सक्रंमित पाए गए हैं। इन जवानों को आइसोलेशन में रखने के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही आपरेशन में भेजा जा रहा है।
बढ़ते वैश्विक महामारी कोरोना के तीसरे लहर के संक्रमण को रोकने के लिए बस्तर में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। तमाम सावधानियों के बावजूद कोरोना संक्रमण का शिकार बस्तर में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बल के जवान होते नजर आ रहे हैं। विभागीय आकंड़ों की बात करें तो अब तक बस्तर संभाग के लगभग 190 जवानों की कोरोना रिपोर्ट पोजिटिव आई है।
बस्तर में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बस्तर के अंदरुनी इलाकों में सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है। इनमें कैम्पों में सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, एसटीएफ व अन्य केंद्रीय सुरक्षाकर्मी के जवान तैनात हैं।
इन सुरक्षा कैंपों में तैनात अधिकतर सुरक्षाबल के जवानों देश के अलग-अलग राज्यों के निवासी हैं, जो आए दिन छुट्टी पर अपने कैम्प से घर आना-जाना करते रहते हैं। कैम्प लौटने पर इन जवानों को 14 दिन क्वारेंटाइन में रखने के बाद कोरोना किट से जांच की जाती है और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें वापस ड्यूटी पर तैनात किया जाता है।